[2024] Intraday Trading Kaise Kare in Hindi | इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है इससे पैसे कैसे कमाए

नमस्कार दोस्तों, इस पोस्ट में हम इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है, (intraday trading kaise kare in hindi) और इससे पैसे कैसे कमाए के बारे में बात करेंगे यदि आप इंट्राडे ट्रेडिंग के बारे में अधिक जानना चाहते हैं और इससे पैसे कमाना सीखना चाहते हैं, तो इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़ें।

क्योकि इस पोस्ट में हमने Intraday Trading Kya Hai के साथ साथ इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे सीखे, इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करे, इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक्स का चुनाव कैसे करें, इंट्राडे ट्रेडिंग किसके लिए सही है, इंट्राडे ट्रेडिंग सीखने के लिए हिंदी में कौन सी किताब उपलब्ध है, तथा इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए कितना शुल्क लगता है आदि के बारे में बताया है

अगर आप स्टॉक मार्केट में नए हैं और इंट्राडे ट्रेडिंग सीखना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको इसके बेसिक्स के बारे में जानना होगा, जिसके बारे में हमने नीचे विस्तार से बताया है।

तो आइए इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है और Share Market Me Trading Kaise Kare in Hindi के बारे में जानना शुरू करते हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है (Intraday Trading Kya Hai in Hindi)

विषय सूची

intraday trading kaise kare in hindi
intraday trading kaise kare in hindi

इंट्राडे ट्रेडिंग ट्रेडिंग का एक तरीका है जिसमें हम एक दिन के भीतर किसी स्टॉक के शेयर खरीदते और बेचते हैं और स्टॉक की कीमत में उतार चढ़ाव (Price Movement) से पैसा कमाने की कोशिश करते हैं।

आसान शब्दों में कहें तो एक दिन के भीतर की गई ट्रेडिंग को इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है, जिसमें हम किसी स्टॉक को उसी दिन खरीद कर उसी दिन बेच देते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग को डे ट्रेडिंग भी कहा जाता है।

मन लेते है की किसी स्टॉक की कीमत अभी 100 रूपये चल रही है और आपको लगता है की आज उसकी कीमत बढ़ने वाले है जिसके कारण आप उस कंपनी के 1000 शेयर को इंट्राडे आर्डर पर 100 के भाव से खरीद लेते है कुछ घंटो के बाद उस शेयर की कीमत 100 रूपये से बढ़कर 110 रूपये हो जाती है अब आप अपने उन 1000 शेयर को बेच देते है जिन्हे आपने 100 की कीमत पर ख़रीदा था जिसकी अभी की कीमत 110 रूपये हो चुकी है

ऐसा करने से आपको हर शेयर पर 10 रूपये के हिसाब से लाभ मिलता है और आपने उस कंपनी के 1000 शेयर ख़रीदे थे तो आपका कुल मुनाफा 10000 रूपये का हो जायेगा

शुरुआती लोगों के लिए इंट्राडे ट्रेडिंग कैसी है? (Intraday Trading For Beginners in Hindi)

आपको बता दें कि जो लोग शेयर बाजार में नए हैं और इंट्राडे ट्रेडिंग करने की सोच रहे हैं उन्हें इससे बचना चाहिए क्योंकि यह बहुत जोखिम भरा होता है और इसके लिए काफी कुछ सीखने की जरूरत होती है। इसके साथ ही आपको इसमें अनुभव होना चाहिए ताकि आप प्राइस मूवमेंट को पकड़ सकें और इससे पैसे कमा सकें।

शेयर बाजार में इंट्राडे ट्रेडिंग करके 90% लोग अपना पैसा खो देते हैं, और केवल 10% ही इससे पैसे कमाते हैं।

ऐसा इसलिए है क्योंकि ज्यादातर लोग प्राइस मूवमेंट को नहीं समझते और गलत ट्रेड कर लेते हैं, जिससे नुकसान होता है और कुछ लोग ओवरट्रेडिंग के कारण पैसे खो देते हैं। एक अनुभवी ट्रेडर कीमतों के उतार-चढ़ाव को देखता है और प्रति दिन 2-3 ट्रेड करता है जिसमें वह बहुत पैसा कमाता है।

इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे सीखें (Intraday Trading Kaise Sikhe in hindi)

हालांकि इंट्राडे ट्रेडिंग सीखना बहुत आसान है, लेकिन चीजों को समझने और इसमें अनुभवी होने में कुछ समय लगता है।

यहां हम आपको कुछ ऐसे स्टेप्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें फॉलो करके आप आसानी से इंट्राडे ट्रेडिंग करना सीख सकते हैं।

  • सबसे पहले इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए सही स्टॉक का चुनाव करें। (Intraday Trading Stock Selection in Hindi)
  • इसके बाद चार्ट्स का टेक्निकल एनालिसिस करना सीखें। (Intraday Trading Technical Analysis)
  • आइए अब जानें कि इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए हमारी मानसिकता क्या होनी चाहिए। (Intraday Trading Psychology)
  • इसके बाद इंट्राडे ट्रेडिंग का अभ्यास कैसे करें (Intraday Trading Practice)

इन सभी के बारे में नीचे विस्तार से बताया गया है, जो आपको इंट्राडे ट्रेडिंग में मदद करेगा।

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक्स का चुनाव कैसे करें (Intraday Trading Stock Selection in hindi)

इंट्राडे ट्रेडिंग करने के लिए सबसे पहले हमें सही स्टॉक का चयन करना होगा, क्योंकि भारतीय शेयर बाजार में 6,000 से अधिक कंपनियां सूचीबद्ध (listed) हैं, और हम उन सभी में व्यापार नहीं कर सकते हैं क्योंकि इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए हमें उच्च तरलता और उच्च अस्थिरता वाले शेयरों की आवश्यकता है। यह इसलिए जरूरी है क्योंकि इनमें प्राइस मूवमेंट तेज से होता है, जिसका उपयोग हम इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए करते हैं। इंट्रा डे ट्रेडिंग कल के लिए सबसे अच्छा स्टॉक कौन सा है यह आपको इसके जरिये ही पता चलेगा

उच्च तरलता और उच्च अस्थिरता वाले स्टॉक कैसे खोजें (High Liquidity and High Volatility Stocks Meaning in Hindi)

उच्च तरलता और उच्च अस्थिरता वाले शेयरों के बारे में जानने से पहले, आइए जानते हैं कि उच्च तरलता और उच्च अस्थिरता का क्या अर्थ है।

“उच्च तरलता” एक स्टॉक के खरीदारों और विक्रेताओं की संख्या को संदर्भित करता है। और किसी स्टॉक के जितने अधिक खरीदार और विक्रेता होते हैं, वह उतना ही अधिक तरल होता है, और इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए हमें अधिक तरलता (High Liquidity) वाले स्टॉक की आवश्यकता होती है ताकि हम इसे आसानी से खरीद और बेच सकें।

“उच्च अस्थिरता” स्टॉक की कीमत में बदलाव को संदर्भित करती है। यदि किसी शेयर की कीमत में समय के साथ तेजी से उतार-चढ़ाव होता है, तो इसे “उच्च अस्थिरता स्टॉक” (High Volatility Stocks) कहा जाता है, जिसका उपयोग इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए किया जाता है।

आपको निफ्टी 50 और निफ्टी नेक्स्ट 50 के इंडेक्स में उच्च तरलता और उच्च अस्थिरता वाले स्टॉक मिलेंगे। यहां आपको भारत की शीर्ष कंपनियां मिलेंगी।

इन दोनों इंडेक्स में 50 से ज्यादा शेयर होंगे, जिनमें से आपको 10 ऐसे शेयर खोजने होंगे, जिन्होंने पिछले कुछ दिनों में बड़ी हलचल दिखाई है।

अगर वह टॉप गेनर या टॉप लूजर में है, तो उसमे से 10 शेयर निकालकर एक पेपर पर नोट कर लें।

अब अगले दिन देखिए इन 10 में से कौन सा शेयर ज्यादा तेजी देने वाला है; अगर यह मूवमेंट देता है तो आप इसमें इंट्राडे ट्रेडिंग कर सकते हैं।

स्टॉक का चयन करने के लिए आपको हर हफ्ते ऐसा करना होगा ताकि आप रोजाना इंट्राडे ट्रेडिंग कर सकें और इससे पैसे कमा सकें।

इंट्राडे ट्रेडिंग तकनीकी विश्लेषण क्या है? (Intraday Trading Technical Analysis)

इंट्राडे ट्रेडिंग तकनीकी विश्लेषण का मतलब है कि यह आपको इंट्राडे ट्रेडिंग करते समय बाजार के रुझान, कीमत और वॉल्यूम जैसे अन्य कारकों के बारे में जानकारी प्रदान करता है।

इसके इस्तेमाल से ही हमें पता चलता है कि हमें कब बाजार में उतरना है और कब इससे बाहर निकलना है और इसकी मदद से ही ज्यादातर ट्रेडर ट्रेडिंग करके पैसा कमाते हैं।

टेक्निकल एनालिसिस करने के लिए आपको चार्ट्स को पढ़ना आना चाहिए। और किसी भी ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर कई अलग-अलग प्रकार के चार्ट होते हैं। लेकिन आज हम कैंडलस्टिक चार्ट के बारे में जानेंगे क्योंकि इसके जरिए ट्रेडिंग करना आसान है। और ज्यादातर ट्रेडर्स इसका इस्तेमाल करते हैं।

ये कैंडलस्टिक चार्ट विभिन्न प्रकार के कैंडलस्टिक पैटर्न और चार्ट पैटर्न से मिलकर बने होते हैं जिनके बारे में हमें पता होना चाहिए।

इसके साथ ही टेक्निकल एनालिसिस करने के लिए कुछ इंडिकेटर्स का इस्तेमाल भी किया जाता है, जो ट्रेडिंग के समय सही कन्फर्मेशन देने का काम करते हैं।

टेक्निकल एनालिसिस कैसे करें जानने के लिए इस पोस्ट को जरूर पढ़ें

स्टॉक मार्केट में कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है? (Candlestick Pattern in Hindi)

कैंडलस्टिक पैटर्न वह है जो एक सिंगल कैंडल या कई कैंडल्स से बना होता है; यह कैंडल किसी शेयर की चार कीमतों के बारे में बताती है जैसे ओपन प्राइस, क्लोजिंग प्राइस, हाई प्राइस और लो प्राइस।

candlestick pattern in hindi

यह पैटर्न चार्ट पर दो प्रकार से बनते हैं: बुलिश और बेयरिश।

बुलिश पैटर्न वे होते हैं जो चार्ट के निचले सिरे पर बनते हैं, और बेयरिश पैटर्न वे होते हैं जो चार्ट के ऊपरी छोर पर बनते हैं।

यह पैटर्न चार्ट में कई तरह से बन सकता है, जो एक विशेष प्रकार की घटना को दर्शाता है और यह घटना एक ट्रेंड रिवर्सल का संकेत देती है।

सभी कैंडलस्टिक पैटर्न के बारे में जानने के लिए इस पोस्ट को पढ़ें। (कैंडलस्टिक पैटर्न क्या है और इसे कैसे समझें)

स्टॉक मार्केट में चार्ट पैटर्न क्या हैं? (Chart Patterns in Hindi)

चार्ट पैटर्न एक प्रकार का पैटर्न है जो एक विशिष्ट प्रकार की घटना को दर्शाता है। यह पैटर्न चार्ट पर कई घंटों या कई दिनों में बनता है और इसमें कई कैंडल्स शामिल होती हैं। तकनीकी विश्लेषण में इन पैटर्न का उपयोग बहुत किया जाता है।

सबसे महत्वपूर्ण चार्ट पैटर्न की सूची (List of most important chart patterns)

यहां बनने वाले कुछ महत्वपूर्ण चार्ट पैटर्न की सूची दी गई है।

Reversal Chart Pattern
  • Rising Wedge Patterns
  • Falling Wedge Patterns
  • Bearish Expanding Triangle
  • Bullish Expanding Triangle
  • Head and Shoulders Pattern
  • Reverse Head and Shoulders Pattern
  • Double Top Pattern
  • Double Bottom Pattern
  • Triple Top Pattern
  • Triple Bottom Pattern
Continuation Chart Pattern
  • Bullish Rectangle Patterns
  • Bearish Rectangle Patterns
  • Bullish Flag Patterns
  • Bearish Flag Patterns
  • Bullish Pennant Patterns
  • Bearish Pennant Patterns
  • Bullish Symmetrical Triangle Patterns
  • Bearish Symmetrical Triangle Patterns
  • Cup and Handle Patterns
  • Reverse Cup and Handle Patterns
Neutral Chart Pattern
  • Ascending Triangle
  • Descending Triangle
  • Symmetrical Contracting Triangle
  • Symmetrical Expanding Triangle

चार्ट पैटर्न के बारे में अधिक जानने के लिए इस पोस्ट को पढ़ें, जिसमें हमने विस्तार से बताया है कि चार्ट पैटर्न क्या है, यह कैसे बनता है और इसकी मदद से हम ट्रेड कैसे कर सकते हैं।

इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए सर्वश्रेष्ठ संकेतक (Best indicators for intraday trading)

इंट्राडे ट्रेडिंग के समय हम बहुत सारे इंडीकेटर्स का इस्तेमाल करते हैं जो हमें संकेत देने का काम करते हैं जिनकी मदद से हम सही ट्रेड ले सकते हैं

लेकिन इनमें से कुछ इंडिकेटर ऐसे भी होते हैं जो हमें गलत सिग्नल देते हैं जिसकी वजह से हमें हानि हो सकती है। इसलिए यहां हमने कुछ बेहतरीन इंडीकेटर्स के बारे में बताया है जो इंट्राडे ट्रेडिंग में तकनीकी विश्लेषण द्वारा सबसे अधिक उपयोग किए जाते हैं, जैसे:

  • औसत चलन (Moving Average)
  • एमएसीडी संकेतक (MACD Indicator)
  • बोलिंगर बैंड संकेतक (Bollinger Bands Indicator)
  • आरएसआई संकेतक (RSI Indicator)
  • एडीएक्स संकेतक (ADX Indicator)
  • सुपरट्रेंड संकेतक (SuperTrend Indicator)
  • ओबीवी संकेतक (OBV Indicator)

स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग साइकोलॉजी क्या है? (Trading Psychology in Hindi)

जब भी हम ट्रेडिंग साइकोलॉजी की बात करते हैं तो हमारे मन में कई सवाल उठते हैं, जैसे ट्रेडिंग साइकोलॉजी क्या है, इसमें क्या शामिल है और स्टॉक मार्केट में इसका क्या उपयोग है।

लेकिन मैं आपको बता दूं कि शेयर बाजार में ट्रेडिंग साइकोलॉजी का मतलब इमोशन होता है। जो डर, लालच, मानसिकता और आशा जैसी भावनाओं से बना है।

और हमें इन सब पर नियंत्रण रखना है और अनुशासन के साथ व्यापार करना है; यदि हम अपनी भावनाओं पर नियंत्रण नहीं रखते हैं तो लाभ होने के बाद भी हम नुकसान उठा सकते हैं और यह सब हमारी भावनाओं के कारण होता है।

इंट्राडे ट्रेडिंग स्टॉक सूची (Intraday Trading Stocks List)

यहां हमने इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए कुछ स्टॉक चुने हैं, जिनमें आप इंट्राडे ट्रेडिंग कर सकते हैं; ये स्टॉक उच्च तरलता और उच्च अस्थिरता वाले स्टॉक हैं।

Intraday Trading Stocks Lish
HDFC Bank Ltd.
Varun Beverages Ltd.
Tata Motors Ltd.
Indraprastha Gas Ltd.
Ambuja Cements Ltd.
Maharashtra Seamless Ltd.
DLF Ltd.
Bharti Airtel Ltd.
State Bank Of India
Mahindra & Mahindra Financial Services Ltd.
Intraday Trading Stocks List

इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें (Intraday Trading kaise kare in hindi)

अभी तक हमने जो सीखा है वह इंट्राडे ट्रेडिंग को करने और समझने के लिए बहुत जरूरी था। अब हम इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करे के बारे में सीखने जा रहे हैं तो इसे ध्यान से और अंत तक पढ़ें। क्योकि इंट्रा डे ट्रेडिंग नियम भी होते है जिन्हे फॉलो करना बहुत जरुरी है

यहां मैं आपको बताऊंगा कि इंट्राडे ट्रेडिंग के दौरान हमें किन विकल्पों के बारे में पता होना चाहिए और ट्रेडिंग करते समय किन बातों पर ध्यान देना चाहिए।

मार्केट ऑर्डर क्या है? (market order Kya Hai in Hindi)

मार्केट ऑर्डर का मतलब है किसी शेयर को उसकी मौजूदा कीमत पर खरीदना, जिसमें ज्यादा समय नहीं लगता।

इसे एक उदाहरण से समझे तो किसी शेयर की मौजूदा कीमत 100 रुपये है और आपको लगता है की इस शेयर की कीमत जल्द ही बढ़ने वाली है जिसके कारण आप उसमे मार्केट ऑर्डर लगा देते हैं तो वह शेयर आपको 100 रुपये में ही मिल जायेगा ऐसा इसलिए क्योंकि आपने मार्केट ऑर्डर लगाया था।

अब यह शेयर आपको पोजीशन सेक्शन में दिखेगा, जहां आपको इस शेयर पर होने वाला लाभ या हानि देखने को मिलेगा।

स्टॉक मार्केट में लिमिट ऑर्डर क्या है? (limit order Kya Hai in Hindi)

लिमिट ऑर्डर का मतलब है किसी शेयर को उसकी मौजूदा कीमत पर ना खरीदकर अपने द्वारा दर्ज की गई कीमत पर खरीदना, जिसमें समय लग सकता है।

इसे एक उदाहरण से समझने, तो किसी शेयर की मौजूदा कीमत 100 रुपये है जो पहले 95 रुपये हुआ करती थी लेकिन अगर आप उस शेयर को 95 रुपये में ही खरीदना चाहते हैं तो इसके लिए आपको एक लिमिट ऑर्डर लगाना होगा जिसमे आप उस कीमत को दर्ज करेंगे जिस कीमत पर आप उसे खरीदना चाहते हैं। ऐसा करने के बाद, जब भी शेयर की कीमत आपके द्वारा दर्ज की गई कीमत पर आ जाएगी, तो आपका ऑर्डर लग जाएगा, और आपको वह शेयर आपकी दर्ज की हुई कीमत पर मिल जाएगा।

यह शेयर भी आपको पोजीशन सेक्शन में दिखेगा, जिसका लाभ या हानि देखने को मिलेगा।

स्टॉक मार्केट में स्टॉपलॉस क्या है? (Stop Loss Kaise Lagaye in Hindi)

स्टॉप लॉस एक ऐसा विकल्प है जो हमें ट्रेडिंग के समय भारी नुकसान होने से बचाता है; इसके इस्तेमाल से हम अपने बड़े नुकसान को रोक सकते हैं और घाटे में चल रहे बाजार से बाहर निकल सकते हैं।

इसे एक उदाहरण से समझें तो अगर आपने कोई शेयर 100 रुपये में खरीदा है। और आप चाहते हैं कि इस शेयर की कीमत 95 रूपये हो तो आप इस शेयर को बेच देंगे ताकि आपको ज्यादा नुकसान न हो तो आप इसके लिए स्टॉप लॉस लगा सकते हैं। इसमें आप उस कीमत को डाले जिसमे आप उसे बिकना चाहते हैं जितना आप नुकसान उठा सकते हैं और उसके बाद जब भी शेयर का भाव 95 हो जाएगा तो आपका वह शेयर अपने आप बिक जाएगा।

स्टॉक मार्केट में लीवरेज क्या होता है? (What is leverage in stock market in Hindi)

स्टॉक मार्केट में लीवरेज का मतलब होता है काम पैसो में अधिक खरीदना

इसे एक उदाहरण से समझें: अगर आपके पास Rs. 100 और आपका ब्रोकर आपको 5 गुना लीवरेज देता है, इसका मतलब है कि आप 100 रुपये में 500 रुपये तक के शेयर खरीद सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि आपको 5 गुना का लीवरेज मिला है।

यह लीवरेज आपको केवल इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए ही मिलता है, और प्रत्येक ब्रोकर को प्रत्येक स्टॉक पर अलग-अलग लीवरेज मार्जिन देता है।

लीवरेज का अर्थ है वह कर्जा जो आपके ब्रोकर द्वारा आपको इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए दिया जाता है ताकि आप कम पैसे में ट्रेडिंग कर सकें और बाजार से पैसा कमा सकें।

और वह ब्रोकरेज इसलिए देते हैं ताकि आप ट्रेडिंग कर सकें, और आप जितनी बार ट्रेडिंग करते हैं आपको हर बार कुछ ब्रोकरेज देना पड़ता है, जो उनके पास जाती है, जिससे उनकी कमाई होती है।

शेयर बाजार कितने बजे खुलता है? (Stock Market Opening Time)

शेयर बाजार सोमवार से शुक्रवार सुबह 9:15 बजे खुलता है।

शेयर बाजार कितने बजे बंद होता है? (Stock Market Closing Time)

शेयर बाजार सोमवार से शुक्रवार दोपहर 3:00 बजे बंद हो जाता है।

इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें (intraday trading kaise kare in hindi)

इंट्राडे ट्रेडिंग करने से पहले, आपको इसकी मूल बातें जानने की जरूरत है, जैसे कि आपको बाजार में कब प्रवेश करना है और कब इससे बाहर निकलना है, और आपको इसमें क्या देखकर ट्रेडिंग करनी है। आदि इन सभी के बारे में इस पोस्ट में विस्तार से बताया गया है।

Intraday Trading Vs Delivery in Hindi

इंट्राडे ट्रेडिंग में आप एक दिन के भीतर ट्रेडिंग करते हैं, जिसमें आपको एक दिन के भीतर शेयर खरीदना और बेचना होता है, जिसमें आपका लाभ और हानि एक ही दिन में दिखता है, जिसमें आपका ओवरनाइट का नुकसान नहीं होता है।

लेकिन डिलीवरी ट्रेडिंग में, अगर हम कोई शेयर खरीदते हैं और दो दिन बाद ही उसे बेच सकते हैं, जब तक कि वह हमारे डीमैट खाते में नहीं पहुंच जाता, तो ऐसे में ओवरनाइट जोखिम होता है क्योंकि इसमें हम स्टॉक को दो दिन से पहले नहीं बेच सकते। और अगर दो दिन के अंदर इस शेयर की कीमत नीचे गिर जाती है तो आपको बहुत नुकसान हो सकता है।

Intraday Trading Meaning in Hindi

इंट्राडे ट्रेडिंग का मतलब है कि एक दिन के भीतर की गई ट्रेडिंग को इंट्राडे ट्रेडिंग कहा जाता है। जिसमें हमें किसी शेयर को एक दिन के अंदर खरीदना और बेचना होता है या फिर उसे बेचकर खरीदना होता है

Intraday Trading Time in Hindi

शेयर बाजार सोमवार से शुक्रवार सुबह 9:15 बजे से दोपहर 3:30 बजे तक खुलता है।

intraday trading tips in hindi pdf

Establish reasonable expectations
Make a trading strategy
Select the Correct Market
Select the Best Broker
Spend money on your studies.
Create the Correct Mentality
Implement sound risk management.

Conclusion: इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे करें

इस पोस्ट में हमने बताया है कि इंट्राडे ट्रेडिंग क्या है और Intraday Trading Kaise Kare in Hindi साथ ही कई अन्य विषयों जैसे इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए स्टॉक का चयन कैसे करें, इंट्राडे ट्रेडिंग कैसे सीखें, इंट्राडे ट्रेडिंग के लिए तकनीकी विश्लेषण कैसे करें आदि के बारे में बताया है। जिसके बारे में जानकार आपको बहुत अच्छा लगा होगा

आपको हमारा यह पोस्ट कैसा लगा? हमें कमेंट करके जरूर बताएं; अगर इस पोस्ट से सम्बंधित आपका कोई सवाल है तो आप कमेंट के माध्यम से पूछ सकते है. इस पोस्ट को अंत तक पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद।

5/5 - (1 vote)

Leave a Comment